मजबूत प्रतिपक्ष हो
वैसे अभी
बर्थडे मनाने का
कोई मतलब नहीं है,
उससे एक मीटर
दूर रहते हुए रहिये,
यही उनके लिए
और आपके लिए शुभ होंगे !
जब खुद
अदृश्य दुश्मन से
लड़ रहा हूँ,
तो ऐसे में
शुभकामना कहाँ से लाऊँ ?
मैं तथ्यों से
इतर नहीं सोचता !
हम सिर्फ़
राजनीतिक ‘पोस्ट’ कर
समय बर्बाद क्यों करें ?
हमारे पास समय सीमित है
और अदृश्य दुश्मन
‘कोरोना’ अगणनीय ताकतवर हैं !
यह इंदिरा की इमरजेंसी नहीं है,
यह नरेंद्र का ‘लॉकडाउन’ है !
लोकतंत्र में प्रतिपक्ष भी मजबूत हो,
अन्यथा सत्ता ‘इंदिरा’ हो जाएगी !