पिताजी के 75 वां जन्मदिवस और विश्व हिंदी दिवस
एशिया बुक, लिम्का बुक, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में ‘पिताजी’ के नाम हैं दर्ज़। तिथि 10 जनवरी 2021 मेरे पिताजी (के.पी.) का 75वां जन्मदिवस है, यह उस शख्सियत की अमृत जन्मोत्सव है, जिसने लघुता में गुरुत्तर कार्य किये और जिन्होंने चारों संतानों को अल्पतम वेतनभोगी होकर भी सर्वोत्तम देने का सफल प्रयास किए। आज हम चारों siblings ‘वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ के किसी न किसी विधा में नाम दर्ज़ करा चुके हैं । खुद पिताजी के ‘रिकॉर्ड्स’ चार बार यानी 2018, 2019, 2020 और 2021 के ‘लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में प्रकाशित हुए, तो 2019 के ‘एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स’ और ‘इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स’ दर्ज हुआ है । एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में प्रकाशित होनेवाले मेरे पिताजी बिहार के पहले व्यक्ति हैं, साथ ही एक रिकॉर्ड लेकर तो वे एशियाई रिकॉर्ड होल्डर हैं।
वाकई उनके अंदर की ज़ज़्बा तो किशोरों को टक्कर दिए हुए है, साथ ही मिसाल भी है । मेरे पिताजी डाकटिकट संग्रह को हॉबी बनाये और उन्होंने सर्वाधिक ‘स्मारक’ भारतीय डाकटिकट सहित ₹5 के 200 से अधिक प्रकार के डाकटिकट संग्रहित किए हैं । वे दिखावटी नहीं करते हैं, अपितु 15 वर्षों से स्वयं के पैसे से खरीदे गए 1,500 से अधिक कम्बलों को अभावी बंधुओं के बीच बाँटे हैं, परंतु यह बातें कई वर्षों तक घर को पता नहीं, वो तो कम्बल प्राप्तकर्ता ने कहा, तब ही जाना । यह ‘पिता’ नामक शाश्वत शख़्स खुद को प्रचार से दूर रखते हैं । मैंने तो पिताजी को कभी समझ नहीं पाया है । यह शख्स आस्तिक और नास्तिक से भी परे की अवस्था लिए सजीव प्रतिमान है । इस शख्स को मैंने कभी नहीं जाना कि यह किस राजनीतिक पार्टी में है ? उनका कहना है, मैं वोटर हूँ, लीडर नहीं और वोट तो गुप्त मतदान होता है, फिर इस गुप्तता को बताना क्यों ?
10 जनवरी– संसार में, देश में, समाज में अनेक समस्याएं हैं, तो शुभकामनार्थ दिवस भी, यथा- विश्व हिंदी दिवस, विश्व हास्य दिवस…., लेकिन इस तारीख को ठंड ‘कनकनी’ लिए है, इस तारीख को इस शख़्स को जन्म देने में दादीजी निश्चित ही बहुत कष्ट में होंगी । अब इस उम्र के पिताजी को उनकी बुढ़ियापे हड्डियों को छेदते ठंड की चिंता नहीं है, अपितु हम बच्चों की चिंता है कि घर शीघ्र आ जाओ, ठंड ज्यादा है….
पिताजी को हम संतानों की शादी की भी चिंता निश्चितश: होते होंगे । हम में न्यूनतम उम्रधारक 26 वर्ष के, अधिकतम 46 के हैं। नाबाद 100 के लिए आपको रोज ‘च्यवनप्राश’ खाने ही होंगे ! आपके बिस्तरव्यायाम तो अद्भुत तो है ही । इस उम्र में आप एशिया बुक, लिम्का बुक, इंडिया बुक इत्यादि में छपते हैं, यह तो इस हेतु शुभकामना सहित 75 वें जन्मदिवस की भी मिश्रीघोल लिए अजेय शुभकामना है कि आप स्वस्थ रहें, सानंद रहें…. आपको पुनश्च शुभमंगलकामनाएँ….