कविता

क्यों खाली हाथ आये थे ?

‘खाली हाथ आये थे,
खाली हाथ जाओगे’,
जिसने यह कहा है,
यह सौ फीसदी झूठ है,
क्योंकि जन्म
और मृत्यु के समय
हाथ बन्द मुट्ठी
किए होती हैं !
××××
कभी जॉर्ज साहब को
कहा गया था-
‘कफ़नचोर’ !
लेकिन उन्होंने
स्पष्ट उत्तर दिया था-
कफन में जेबें
नहीं होतीं !
××××
माननीय मनोहर पर्रिकर
पैसे, पद, पॉवर भी
रोगग्रस्त होने पर
धरी रह जाती है!
इन तीनों से
सौ साल की
स्वस्थ काया
नहीं लाई जा सकती !
××××
वृक्ष ऊपर उठकर
शाखाएं,
टहनियां,
पत्ते लिए
आपस में
घुलमिल जाते हैं,
किन्तु आदमी
ऊपर उठते ही
किसी से
घुलते -मिलते नहीं !
××××
आज से
असम्भव
बजट सत्रारंभ,
क्योंकि
यह कोरोना काल का
पहला बजट है !
××××
भारत में
40 लाख से
अधिक बच्चे
सिर्फ़ अभिभावकों की
लापरवाही के कारण
‘दिव्यांग’ हैं!
××××
प्रेम क्या है?
हनी यानी माधुर्यता!
मून यानी सौंदर्यता!
या दोनों की लटपट
यानी हनीमून
यानी वासना !
××××
जाड़ा ऋतु में
अपनी जारा,
जो कि मुझसे
33 दिन बड़ी है,
इस प्रीत को
यानी बेहद शोख
अदाकारा
प्रीति जिंटा के
जन्मदिवस की
शुभकामनाएँ !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.