कुछ उठक टोटके
सुप्रभात….
बिहार में
नियमित शिक्षक
जहाँ नियोजित शिक्षक को
परेशान करते हैं,
तो नियोजित शिक्षक
वहीं अतिथि शिक्षको को !
विद्यालय या कार्यालय में
‘हम सीनियर हैं’ कह वह
जूनियर पर धौंस
जमाते हैं,
किन्तु
अपने जूनियर को
चाय तक
पिलाने की
औकात नहीं रखते !
खुद 2,000 रुपये की साड़ी
पहनती हैं,
किन्तु ‘नेचर’ थेथर की
यानी
ठेठ देहातन की तरह
दूसरे से झगड़ जाती हैं !
इस देश की महानता ही कहिये,
युवती टॉप-स्कर्ट,
छोटे कपड़े पहने,
तो आवारा कहाती;
किन्तु नागा बाबा नग्न घूमे,
तो उनकी पूजा की जाती !