कविता

पीड़ा

मां को पीड़ा कब हुई;
जब बच्चे का जन्म होता है
बेटे को पीड़ा तब हुई ;
जब पिता संसार छोड़ जाता है
पिता को पीड़ा तब हुई;
जब बेटी विवाह बंधन बन जाती है
नदी को पीड़ा कब हुई;
जब उसका पानी सूख जाता है
पेड़ को पीड़ा कब हुई;
जब पत्ते साथ छोड़ देते हैं;
किसान को पीड़ा तब हुई;
जब फसल सूख जाती है
छात्र को पीड़ा कब हुई ;
जब वह परीक्षा में फेल हो जाता है
मानव को पीड़ा कब हुई;
शरीर जब साथ छोड़ देता है।

— सौरभ पांडे

सौरभ पांडे

पुत्र- केदारनाथ पाण्डेय ग्राम- बैरघाट (रामगंज) अमेठी (उo प्रo) योग्यता- बीटेक (एजीo) मोo- 9795988674 2308/9 ओम नगर जिला सुल्तानपुर (उत्तरप्रदेश) फोन व व्हाट्सएप -7007019010 ईमेल- pandey.saurabh148@gmail.com