माँ की नजर अब भी बच्चा
पुराने रिश्ते
अगर ‘टेस्ट’ है,
तो नए रिश्ते हैं टी-ट्वेंटी
यानी खेल में ‘जीत’
मायने रखता है,
तो रिश्ते में ‘दिलजीत’ !
मकई की रोटी
और ‘बड़ा’ है यह !
आज रात्रि का खाना !
माँ ने बनाई है ।
धनी नहीं हूँ, भाई !
क्योंकि कई के मुख से
सुना है
कि यह गरीब का खाना है ।
फिर कई माह से
एक गंजी और एक जांघिया
पर हूँ !
बचपन में
माँ ने एक-एक ही
धो-धोकर पहनाई है।