लेख

फलों का राजा आम

सफेदा आम खाते खाते मन भर गया तो आज बाज़ार में ढूंढने पर एक दुकान पर लंगड़ा आम मिल गया. महंगा तो था क्योंकि आवक कम थी.
वैसे अभी लंगड़े का सीजन भी नहीं है. हमारी तरफ पहले सफेदा आम आता है फिर लगडा और दशहरी आम आता है . इनकी आवक कम हो जाने के बाद मध्य जुलाई से फिर बनारस का चौसा.
मेरी समझ में यह नहीं आता कि अच्छे खासे आम को लंगड़ा की पदवी क्यों और किसने दे दी.
कारण तो जरूर रहा होगा किसी को पता हो तो बताना.
वैसे आमों में आम तो है मलिहाबाद दशहरी.
दशहरी आम का सबसे ज्यादा उत्‍पादन उत्‍तर प्रदेश में होता है. कहते हैं कि दशहरी आम का पहला पेड़ लखनऊ के पास काकोरी स्‍टेशन से सटे दशहरी गांव में लगाया गया था. इसी गांव के नाम पर इसका नाम दशहरी आम पड़ा. कहते हैं कि वह पेड़ आज भी मौजूद है, जिस पर पहला दशहरी आम आया था. इसकी उम्र करीब 200 साल बताई जाती है. इसे ‘मदर ऑफ मैंगो ट्री’ कहा जाता है. इसके अलावा चौसा और एक दर्जन से अधिक किस्‍मों के नाम गांवों के नाम पर ही पड़े हैं.

*ब्रजेश गुप्ता

मैं भारतीय स्टेट बैंक ,आगरा के प्रशासनिक कार्यालय से प्रबंधक के रूप में 2015 में रिटायर्ड हुआ हूं वर्तमान में पुष्पांजलि गार्डेनिया, सिकंदरा में रिटायर्ड जीवन व्यतीत कर रहा है कुछ माह से मैं अपने विचारों का संकलन कर रहा हूं M- 9917474020