कविता

आजादी के मायने

क्या है आजादी के मायने
आज के परिवेश में……..
अभिव्यक्ति की आजादी
व्यक्तित्व की आजादी
या जीने की आजादी!
मरने की आजादी
सांस लेने की आजादी
उम्मीदों की आजादी
इस देश में रहने की आजादी
या देश छोड़ देने की आजादी
आज के संदर्भ में
क्या है? आजादी के मायने
इस सवाल का जवाब ही
बन गया एक सवाल……!
गुमराही के दौर में
गुम हो गए हमारे नौनिहाल
खो गए हमारे कर्णधार
निजी स्वार्थों के पिंजड़ों में
कैद है सभी
करता राजा! करता रंक!
क्या अधिकारी! क्या दरबारी !
आम इंसान के अधिकार का हनन ही
बन गया आजादी का पर्याय

— ‌विभा कुमारी “नीरजा”

*विभा कुमारी 'नीरजा'

शिक्षा-हिन्दी में एम ए रुचि-पेन्टिग एवम् पाक-कला वतर्मान निवास-#४७६सेक्टर १५a नोएडा U.P