बात इतनी सी
बात बस इतनी सी है कि कुछ भी नहींये जो दुनिया है बस अपनी नहीं ! ख्वाबों की दुनिया बङी
Read Moreबात बस इतनी सी है कि कुछ भी नहींये जो दुनिया है बस अपनी नहीं ! ख्वाबों की दुनिया बङी
Read Moreजिंदगी को इन दिनो शरारत सूझी हैहर दिन हर लम्हें दर्द बेहिसाब दे रही है कभी जब भी फुरसत के
Read Moreरात किसी ने दरवाजा खटखटायाकोई अजनबी घर के अन्दर आयालबों पर कुछ दरख़्वास्त लायाआंखों में कुछ शिकायत थीशिकायत कुछ जानी
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