जिनके दिल में दिमाग है !
डर लगता है,
उनलोगों से;
जिनके दिल में भी
दिमाग होते हैं !
यह है-
गीतकार व शायर
गुलजार के बोल।
ऐसे हैं,
हिंदी और
भारतीय संस्कृति के
संरक्षक ‘गुलज़ार’ साहब !
शतायुजीवी हों !
ऐसी मेरी कामना है,
मंगलकामना है।
सेक्स और सेंसेक्स में
कई समानताएं हैं,
ये दोनों
उन्हीं को मिलते हैं,
जिनके पास संपत्ति, धैर्य
और दमदार कॅरियर हो!
तभी उछाल आएंगे?
अरकच्च यानी
कच्चू पत्ता की पेटी की
सब्जी खाने की प्रथा।
हमारे क्षेत्र में
‘चिकना’ या
तीसी भरी रोटी,
कच्चू पत्ता की सब्जी
प्रचलित है।