संस्मरण

बाढ़ रिपोर्ताज़

भइया, भौजी, दीदिया, चाचू, चच्ची… अपन नवाबगंज बोचाही कलभट पर बाढर पानी तेज़ रफ़्तार से गिरल गे माई ! हमर घर के पास यही सौ कदम की दूरी पर आ गइल…. इधर रात्रि में ही सिरदर्द, त सर्दी-खाँसी की ऐसी की तैसी…. सलवा नाना याद आ गइल…. बचपन म बंसी स मछलियाँ मारत छेलह इही बाढ़ म ।

बंसी म गोंद लगिश, मछलियाँ नहीं आइल छह, सो जोटकी व चारा लगिश कि मछलियाँ दनदना के फंस गइल……. ये सब बीती बातें भइल, गोस्वामी जी कहिश– “बीती ताहि बिसारिये, आगे की सुधि लेय” ।

इधर बाढ़-पीड़ितों म कइयों का मैंने मोबाइल म रिचार्ज कराय ह…. त बाढ़ म बीमारी लेकर भी आवत ह, फिर बाढ़ म शौचालय के भरने की समस्या भी होवत है, ऐसे में चिउरा फांकना ही ठीक हउव ।

शाम तक पानी अउर फैलेगा …. बाढ़ एक त्रासदी ह , किन्तु हरबार उपजाऊ मिट्टी लेकर आवत । हम गरीब बस इसी आश्वासन में जीवत । अब अगली खेप लिखब जी !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.