वर्णपिरामिड-हिंदी
हे
हिंदी
प्रेमियों
जाग जाओ
राजभाषा से
राष्ट्र भाषा बने
हिंदी ,तो चैन मिले।
*****
ये
कैसा
प्रेम है
हिंदी भाषा
अपनी भाषा
फिर भी दूसरा
स्थान ,है आखिर क्यों ।
हे
हिंदी
प्रेमियों
जाग जाओ
राजभाषा से
राष्ट्र भाषा बने
हिंदी ,तो चैन मिले।
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ये
कैसा
प्रेम है
हिंदी भाषा
अपनी भाषा
फिर भी दूसरा
स्थान ,है आखिर क्यों ।