कविता

तुम्हारा ख्याल और ये मौसम

मन के बगीचे में जब जब भी
मैं कविताएं लिखने जाता हूं
सारे मौसम मेरे अगल-बगल
मुझे कविताएं लिखते हुए निहारा करते हैं

तुम्हारा ख्याल आते ही
बसंत फूलों की बारात लेकर आ जाता है
तुम्हारे मिलन के वे लम्हे
ज़हन में खुशबू से भर उठते हैं
मैं खुद को तन मन से महका महका महसूसने लगता हूं

फिर ख्याल आता बसंत चला जाता
उफ्फ गर्मी बदन तपने लगता
धुआं धुआं ख्वाब और मैं तन्हा तन्हा
भीतर ही भीतर जलने लगता

देखते ही देखते बरसात की बूंदे
ज़हन से होती हुईं
आंखों की तहों से बाहर अश्क बनकर
टपकने लगतीं
आंसुओं की नमकीन बरसात में ।

धुआं धुआं ख़्वाबों की चिंगारियां
आंसुओं से लिपटकर
विलीन होने लगतीं
अश्क धुआं और चिंगारियां मेरी कविता को
और धार देने लगते ।

चेहरे पर उभरी रंगत मौसमों की मार से
फीकी होने लगती तो
पतझड़ अपने लाव लश्कर के साथ
बगल में खड़ा मुझे चेताता डराता
खड़ खड़ गिरते हुए पीले पत्ते मुझे बेचैन करते ।

मेरी कविता में से भी वासंती रंग
उड़ने लगता
तुम्हारी याद फिर एक बार
युगों की यात्रा के लिए मुझे
उकसाने लगती ।

फिर पहाड़ों पर बर्फ गिरने लगती
मैं देखता सारे मौसम मेरी कविता को पढ़ते
और मैं बैठा बैठा
खुद बर्फ होने लगता हूं ।

जब भी मैं कविता लिखने
ज़हन के बगीचे में जाता हूं
सारे मौसम मेरे अगल बगल मुझे
कविताएं लिखते हुए निहारा करते हैं ।।

— अशोक दर्द

अशोक दर्द

जन्म –तिथि - 23- 04 – 1966 माता- श्रीमती रोशनी पिता --- श्री भगत राम पत्नी –श्रीमती आशा [गृहिणी ] संतान -- पुत्री डा. शबनम ठाकुर ,पुत्र इंजि. शुभम ठाकुर शिक्षा – शास्त्री , प्रभाकर ,जे बी टी ,एम ए [हिंदी ] बी एड भाषा ज्ञान --- हिंदी ,अंग्रेजी ,संस्कृत व्यवसाय – राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में हिंदी अध्यापक जन्म-स्थान-गावं घट्ट (टप्पर) डा. शेरपुर ,तहसील डलहौज़ी जिला चम्बा (हि.प्र ] लेखन विधाएं –कविता , कहानी , व लघुकथा प्रकाशित कृतियाँ – अंजुरी भर शब्द [कविता संग्रह ] व लगभग बीस राष्ट्रिय काव्य संग्रहों में कविता लेखन | सम्पादन --- मेरे पहाड़ में [कविता संग्रह ] विद्यालय की पत्रिका बुरांस में सम्पादन सहयोग | प्रसारण ----दूरदर्शन शिमला व आकाशवाणी शिमला व धर्मशाला से रचना प्रसारण | सम्मान----- हिमाचल प्रदेश राज्य पत्रकार महासंघ द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कविता प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत , हिमाचल प्रदेश सिमौर कला संगम द्वारा लोक साहित्य के लिए आचार्य विशिष्ठ पुरस्कार २०१४ , सामाजिक आक्रोश द्वारा आयोजित लघुकथा प्रतियोगिता में देशभक्ति लघुकथा को द्वितीय पुरस्कार | इनके आलावा कई साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित | अन्य ---इरावती साहित्य एवं कला मंच बनीखेत का अध्यक्ष [मंच के द्वारा कई अन्तर्राज्यीय सम्मेलनों का आयोजन | सम्प्रति पता –अशोक ‘दर्द’ प्रवास कुटीर,गावं व डाकघर-बनीखेत तह. डलहौज़ी जि. चम्बा स्थायी पता ----गाँव घट्ट डाकघर बनीखेत जिला चंबा [हिमाचल प्रदेश ] मो .09418248262 , ई मेल --- [email protected]