विहिप द्वारा 38 परिवारों की घरवापसी : झाबुआ
सनातन धर्म में वापसी विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष माननीय आलोक कुमार जी, प्रांत मंत्री श्री सोहन जी विश्वकर्मा के मार्गदर्शन में विहिप धर्म प्रसार विभाग प्रमुख प्रेम सिंह जी व जनजाति संत कमल जी महाराज व अन्य सभी धर्मवीरों के निरन्तर समर्पण व संघर्ष से कई परिवारों को सनातन धर्म का पुनः आशीर्वाद प्राप्त हुआ।
धर्मान्तरण की विसंगति प्रशासन की हठ धर्मिता और शासन की निष्क्रियता के कारण बनी हुई है, ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध चर्च बनाकर धर्मान्तरण किया जाता है जिसका कोई भी कानूनी रेकॉर्ड नही रहता। लोभ व लालच में आकर भोले भाले जनजाति आदिवासी बंधुओ को अपनी परंपरा व अपने संस्कारों से दूर करने का यह षड्यंत्र झाबुआ के साथ ही पूरे भारत में ईसाई मशीनरी द्वारा किया जा रहा है, शासन प्रशासन के संज्ञान में होते हुए बिना बड़ी कार्यवाही के शासन इन पर हाथ डालना उचित नही समझता, इस स्थिति में समाज को भटकने से रोकने के लिए #विहिप #बजरंगदल व धर्म प्रसार विभाग के धर्मवीर मोर्चा संभालते है, कितनी ही बार ईसाई मशीनरी द्वारा इन्हें नुकसान भी पहुचाया जाता है, जैसे झाबुआ में आदिवासी समाज की बुलन्द आवाज बनकर खड़े रहने वाले खुमसिंह जी महाराज के आवास पर कई बार आक्रमण हुए, उनके विरुद्ध कई अन्य भी षड्यंत्र हुए। उनके मार्ग पर चलने वाले भगत समाज व प्रेम सिंह जी को भी हर तरह से रोकने का प्रयास ईसाई मशीनरी और इनसे जुड़े छद्म संगठन करते रहे है, परन्तु धर्म की विजय निश्चित है, अवश्य उसमें विलम्ब लग रहा है परन्तु धर्म की स्थापना होकर रहेगी। शासन प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से भी यह आशा है कि वे समय रहते जागें और धर्म के इस संघर्ष में सही मार्ग चुनें, झाबुआ आलीराजपुर और समस्त निमाड़ क्षेत्र धर्मातंरण मुक्त होकर रहेगा। विहिप के अंतरराष्ट्रीय नेतृत्व का झाबुआ में प्रवास और संगठन के संघर्ष के कारण झाबुआ पूरे देश के लिए एक उदाहरण बनकर प्रस्तुत होगा कि किस प्रकार ईसाई मशीनरी व धर्मान्तरण करने वाले संस्थाओं के विरुद्ध लड़ाई लड़कर विजय प्राप्त की जाती है। विहिप के केंद्रीय नेतृत्व के प्रवास से प्रदेश व प्रांत में भी प्रभावी कार्यवाही का अनुमान है, झाबुआ व निमाड़ क्षेत्र धर्मान्तरण मुक्त भारत के लिए नए अध्याय के आरंभ का ऐतिहासिक स्थान बनेगा।
— मंगलेश सोनी