कविता

कविता- जीवन के पल

जिंदगी दो पल की इसे हँसकर गुजार ले
कुछ अच्छे कर्म कर जींवन को खुशी से बिता ले
मन में न रखे किसी के प्रति बैर भाव जलन अवगुण होते है
प्रेम,प्यार  की वर्षा कर जीवन को महकाते है
जिंदगी के दो पल में सारे जहाँ की खुशी पाएं
प्रभु का करें हर पल स्मरण दिल मे उनको बसाएं
मानव जीवन मिला हमें इसका हम धन्यवाद करें
 वो भवसागर से पार लगाएं बन्दगी उनकी सदा करें
 सदा मीठी वाणी बोले न किसी का अहित करें
हर सम्भव सबको दुख ,दर्द से उबारने का प्रयास करें
माटी की काया को माटी में मिल जाना है
क्या आये थे साथ लेकर क्या लेकर जाना है
जिंदगी के दो पल सबके साथ हँसी ख़ुशी जी लिए जाएं
न जाने कब मौत का बुलावा आया जाएं
इन पलों को हम खास बनाकर यादों के रूप में सहेज ले
खुद से एक वादा ले इन पलों को हम खास बना लें.
— पूनम गुप्ता

पूनम गुप्ता

मेरी तीन कविताये बुक में प्रकाशित हो चुकी है भोपाल मध्यप्रदेश