जे एन यू
पुलिस प्रशासन, आंखें मूंदे
छात्रों में नित, द्वंद हो रहा
जाति विरोधी, नारे लगते
भड़काने का षणयंत्र हो रहा ।
जे एन यू में, बार बार
यह क्या, हो रहा ।
जे एन यू में, बार बार
यह क्या, हो रहा ।।
शिक्षा के इस, विश्व पटल पर
समाज विरोधी, गतिविधियां होती
देश विरोधी नारे लगते
किसी के कान पर जूं न रेंगती ।
शिक्षा तो अब, गौड़ हो गयी
राजनीति का यह ,गढ़ हो रहा
जे एन यू, में बार बार
यह क्या, हो रहा ।।
शिक्षा का यह, प्रतिष्ठित संस्थान
देशवासियों का था,यह अभिमान
अपनी पहचान, खुद गंवा रहा है
मान और सम्मान, मिटा रहा है।
विवादों में, अक्सर यह रहता
मुख्य उद्देश्यों का, क्षरण हो रहा
जे एन यू में, बार बार
यह क्या , हो रहा ।।
पुख्ता सबूतों के, अभाव में
जटिल व्यवस्था के, मकड़जाल में
अपराधी को, सजा न मिलती
न्याय प्रणाली की, खिल्ली उड़ती
अव्यवस्था का, यह चरम दौर है
अनुशासन का, मरण हो रहा
जे एन यू में, बार बार
यह क्या हो रहा ।।
छात्र संघों की,आपसी प्रतिद्वंद्विता
सभी विवादों, का कारण है
केन्द्र सरकार और कालेज प्रबंधन
इनके नियंत्रण में, नही दम-खम है
पुलिस भी बैठी, देखे तमाशा
लोकतंत्र का , चीरहरण हो रहा
जे एन यू में , बार बार
यह क्या, हो रहा
जे एन यू में, बार बार
यह क्या, हो रहा।।
— नवल अग्रवाल