सामाजिक

स्लम के वंचित बच्चों के समग्र विकास के लिए “प्रोजेक्ट राइज़” की हुई शुरुआत।

नई दिल्ली: दीपालय और परम पावन (हिज होलीनेस) डॉ. सैयदना ताहेर सैफुद्दीन मेमोरियल फाउंडेशन (दाऊदी बोहरा समुदाय) ने आज संजय कॉलोनी स्लम के वंचित बच्चों की शिक्षा, कौशल, पोषण और स्वास्थ्य सहायता प्रदान करने के लिए ‘प्रोजेक्ट: राइज- अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड डेवलपमेंट सेंटर’ की शुरुआत की । यह प्रोजेक्ट हर साल दो से छह साल की उम्र के लगभग 100 ऐसे बच्चों के समग्र विकास के लिए काम करेगा, जिनके माता-पिता आसपास के कारखानों और निर्माण क्षेत्रों पर दिहाड़ी मजदूर हैं।

दीपालय के सेक्रेटरी एंड चीफ एग्जीक्यूटिव डॉ. जॉर्ज जॉन ने कहा, “अध्ययनों से पता चला है कि पांच वर्ष से कम आयु के अधिकांश वंचित बच्चे बचपन के अपर्याप्त अवसरों, पोषण संबंधी कमियों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं। बच्चों के विकास के लिए महत्वपूर्ण इस संवेदनशील अवधि को समझते हुए, हमने संजय कॉलोनी में बाल देखभाल और शिक्षा केंद्र (Early Childhood Care and Education Center) स्थापित करने के लिए, नई दिल्ली के दाउदी बोहरा कम्युनिटी के साथ समझौता किया है ताकि वंचित बच्चों को ग्रॉस मोटर स्किल और कार्यात्मक साक्षरता सिखाया जा सके और छह साल के हो जाने पर उन्हें औपचारिक स्कूली शिक्षा में शामिल होने के लिए तैयार किया जा सके। इस समग्र विकास के लिए जरूरी हिस्से के रूप में, हम बच्चों के पोषण और बुनियादी स्वास्थ्य आवश्यकताओं का भी ध्यान रखेंगे।”

अब तक दीपालय ने 54 बच्चों का पंजीकरण कर लिया है  और शिक्षक व सहायक कर्मचारियों की नियुक्ति भी हो चुकी है। पूरी टीम, पूर्वस्कूली शिक्षा और बच्चों के समग्र विकास पर काम कर रही है।

नई दिल्ली में परम पावन (हिज होलीनेस) के प्रतिनिधि, श्री हातिम फ़राज़दक ने कहा, “प्रत्येक बच्चा अपने समग्र विकास, विकास के लिए जरूरी प्रारंभिक बचपन की देखभाल और बुनियादी शिक्षा तक पहुंच का हकदार है। हम भाग्यशाली हैं कि हमने उन वंचित माता-पिता (अभिभावकों) का सहयोग करने के लिए इस परियोजना को लॉन्च किया है जो बचपन के वर्षों के दौरान अपने बच्चों को समय, जरूरी संसाधन और पोषण देखभाल देने के लिए संघर्ष करते हैं”। 

दाउदी बोहरा समुदाय के नेता, परम पावन (हिज होलीनेस) सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन ने हमेशा समुदाय को कम भाग्यशाली लोगों के प्रति दया दिखाने और जरूरतमंद लोगों के उत्थान का प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया है। इस सलाह को ध्यान में रखते हुए, हमारे सदस्य, ग्रामीण और शहरी भारत और दुनिया भर में विभिन्न सामाजिक कल्याण परियोजनाओं को जारी रखते हैं।

उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. आदर्श शर्मा (सेवानिवृत्त निदेशक, एनआईपीसीसीडी) ने कहा कि “सीखना बचपन से शुरू होता है और अंतिम सांस तक चलता रहता है। किसी का बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के लिए जल्दी शुरुआत करना महत्वपूर्ण है। शहरी स्लम समुदायों को इस तरह के कार्यक्रमों की सख्त जरूरत है और प्रोजेक्ट राइज-अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड डेवलपमेंट सेंटर शुरू करने के लिए दाऊदी बोहरा समुदाय को मेरी शुभकामनाएं। यह केंद्र अन्य सभी दीपालय शिक्षण केंद्रों की तरह बच्चों के समग्र विकास और आगे राष्ट्रीय विकास की दिशा में योगदान देगा।

दीपालय और परम पावन (हिज होलीनेस) डॉ. सैयदना ताहेर सैफुद्दीन मेमोरियल फाउंडेशन (दाउदी बोहरा समुदाय) स्थानीय समुदाय संघों और संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, पोषण, पानी और स्वच्छता तथा पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से समाज के कमजोर तबके का सहयोग किया जा सकता है।

प्रदीप चौहान

अध्यापक, कवि व सिटीजन जर्नलिस्ट ओखला फेस-2, नई दिल्ली संपर्क: 9899322366