विश्व रिकॉर्ड में शामिल हुए सीवान बिहार के युवा साहित्यकार रूपेश
बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति अंतरराष्ट्रीय द्वारा आयोजित विश्व के सबसे बड़े वर्च्युअल कवि सम्मेलन में सहभागिता कर विश्व रिकॉर्ड में चैनपुर, सीवान जिले के युवा साहित्यकार रूपेश कुमार ने शहर का गौरव बढ़ाया | यह कवि सम्मेलन 21 अगस्त 2022 से 6 सितंबर 2022 तक अनवरत 400 घण्टे चला था l जिसमें विश्व के 35 देशों के कवियों सहित कुल 3970 कवियों ने प्रतिभाग किया था l अनवरत 400 घण्टे चलने वाले इस रिकॉर्ड को इंडिया वर्ल्ड रिकार्ड द्वारा विश्व रिकार्ड में दर्ज़ किया गया है l इस वर्ल्ड रिकार्ड कार्यक्रम का प्रसारण ऑस्ट्रेलिया ,कनाडा, न्यूजीलैंड, अमेरिका के स्थानीय चैनलों पर भी किया गया था l बताते चले विश्व के सबसे बड़े वर्च्युअल कवि सम्मेलन का रिकॉर्ड बुलंदी संस्था के नाम पिछले वर्ष 207 घण्टे दर्ज था बुलंदी संस्था ने इस वर्ष 400 घण्टे अनवरत कार्यक्रम चला अपना ही रिकार्ड तोड़ कर नया विश्व कीर्तिमान बना दिया है l संस्था उत्तराखंड राज्य के बाजपुर शहर से संचालित होती है l जिसके संस्थापक उत्तराखंड के युवा कवि बादल बाज़पुरी एवं संरक्षक वरिष्ठ कवि पंकज शर्मा है l रूपेश कुमार को इस कार्यक्रम के प्रतिभाग करने एवं हिंदी साहित्य को समृद्ध करने हेतु संस्था द्वारा साहित्य गौरव सम्मान से भी सम्मानित किया गया है l रूपेश को इससे पहले भी अनेकों राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है जिसमें ब्रिटिश वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, लंदन से, नाइजीरिया से, ट्यूनीशिया, श्रीलंका इत्यादि देशों से भी सम्मानित किया जा चुका है तथा 300 से अधिक राष्ट्रीय अवार्ड भी मिल चुका है साथ ही इनकी तीन काव्य संग्रह, अनेकों साझा संग्रह, सैकड़ों पत्र पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित हो चुकी है | वर्तमान में रूपेश प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है साथ ही साहित्य, समाज की अनवरत सेवा करते आ रहे हैं |