कविता

एहसास

सब की ख्वाहिशो का रखती हो ख्याल

कभी कोई तेरा भी कर ले ख्याल!
जन्मदिन होता है सभी का खास
कोई तेरा भी जन्मदिन रख लें याद !
सारी उम्र सेवा करती रही सभी की
तेरी तिमारदारी कोई कर लें आज !
हमेशा लाड़ लुटाती रही सभी पर
थोड़ा लाड़ तेरा भी कर ले कोई !
बिन कहे समझती सभी के दिल की बात
कभी कोई तो समझ लें तेरे दिल का हाल !
रखती हर किसी के खुशियों का ध्यान
तेरी खुशियों का है किसे ध्यान ?
जिसके होने से है घर का होना
उसके होने का करा दे एहसास
— वि‌भा कुमारी “नीरजा”

*विभा कुमारी 'नीरजा'

शिक्षा-हिन्दी में एम ए रुचि-पेन्टिग एवम् पाक-कला वतर्मान निवास-#४७६सेक्टर १५a नोएडा U.P