अभी कमाने की तुम्हारी उम्र नहीं
पढ़ – लिख कर नाम कमाओ!
बेटा!
अभी कमाने की तुम्हारी उम्र नहीं,
महाराणा प्रताप के शौर्य की कहानियांँ सुन लो!
बच्चा!
अभी कमाने की तुम्हारी उम्र नहीं,
गुरु के वचनों को ध्यान से सुन कर कंठस्थ कर लो!
बचवा!
फिर न विद्यार्थी जीवन आएगा,
क्रोध , मद , लोभ त्यागो !
बेटा!
अभी कमाने की तुम्हारी उम्र नहीं,
सदाचारी बनो! विवेकशील बनो!
बाबू!
पढ़ो, खूब पढ़ो! देश की तरक्की करो! बेटा!
एक मांँ की बस इतनी – सी चाह है,
सपनों को साकार करो!
लल्ला!
अभी कमाने की तुम्हारी उम्र नहीं |
— चेतना प्रकाश ‘चितेरी ‘