हग डे
सब कहते हैं आज है “हग डे”,
अपना तो रोज “हग डे” होता,
मम्मी देतीं जादू की झप्पी,
जब मैं मचलता और रोता.
रोज रात को गोद में ले मुझे,
दादी गले लगाती है,
प्रेम से पुचकारे औ’ दुलारे,
लोरी गाके सुलाती है.
सब कहते हैं आज है “हग डे”,
अपना तो रोज “हग डे” होता,
मम्मी देतीं जादू की झप्पी,
जब मैं मचलता और रोता.
रोज रात को गोद में ले मुझे,
दादी गले लगाती है,
प्रेम से पुचकारे औ’ दुलारे,
लोरी गाके सुलाती है.