बाल कविता

खुल गया स्कूल

खुल गया ,स्कूल  घंटी बजी टन टन
करलो तैयारी ड्रेस पहन के बन ठन।

हाथ जोड़  कर करें राष्ट्र का गुणगान
आओ कर लें संकल्प देश बने महान।

शिक्षक श्यामपट चाक से नाता जोड़ें
इस भाग्य-विधाता से नही मुख मोड़ें।

चालों  बच्चों  हम अपना धर्म निभाएं
खूब  पढ़ें और  अपना भविष्य बनाएं।

देश के बने  हम भावी योग्य नागरिक
हम बने देश सेवक सैनिक साहसिक।

— अशोक पटेल “आशु”

*अशोक पटेल 'आशु'

व्याख्याता-हिंदी मेघा धमतरी (छ ग) M-9827874578