कविता

स्नेह सिक्त पाती!

भेज रही हूं स्नेह सिक्त पाती,

जगमगाये जीवन ज्योति,

माँ भारती के वीर सीमा प्रहरी,

अशेष शुभकामनाएं हमारी।।

मेरे फौजी भाइयों, आप शूर वीर,

राष्ट्र रक्षणार्थ सजग, रणधीर,

राष्ट्रप्रेम से निखरा हो अंगार,

दुश्मन कांपे, सुन ललकार।।

पाती में है प्यार, दुलार भरा,

प्रेम सुरभि, मासूम स्नेह भरा,

तिरंगा फहराते आप शान से,

भारत माता जय गान, आप से।।

रक्षासूत्र आपको संबल देगा,

दुआएँ, आशीर्वाद की छाँव देगा,

परम प्रभु से अर्चना हमारी,

लग जाये उम्र आपको हमारी।।

आपसे सुरक्षित अपना भारत देश,

आपसे गर्वित जन-गण, आनंद अशेष,

प्राण न्योछावर करते देश हितार्थ,

देश सेवा हेतु अर्पण, जीवन कृतार्थ।।

*चंचल जैन

मुलुंड,मुंबई ४०००७८