कविता

कहीं दूर

कहीं दूर जब तुम चले जाते हो

मन में कहीं न कहीं याद बसा जाते हो||

तुम्हारें चेहरे को देख जो ख़ुशी मिलती हो|

होंठ प्यार गीत गुनगुनाते हो||

जाते हो तो मेरी हंसी भी साथ ले जाते हो|

तुझे न देखूं एक पल तो सब समेट ले जाते हो||

तुम हमारा चैन और करार ले जाते हो|

तुम ही हो जिंदगी तुम ही हमारा संसार हो||

तेरे साथ हम पल हम गुजराना चाहते है|

तेरी राहों में हम फूल बिछाने चाहते है||

तुम मेरी खुशी और सारे नजारे तुमसे है|

तू ही जिंदगी की पहली और आखिरी आरजू है[….]

— पूनम गुप्ता

पूनम गुप्ता

मेरी तीन कविताये बुक में प्रकाशित हो चुकी है भोपाल मध्यप्रदेश