मन लगा श्री चरणों में
प्रीत कर बावरे साँवरे से
मन लगा प्रिय चरणों में
भूल जा कि मैं, मैं हूँ
प्रीत कर ऐसी तू उससे
जैसी मीरा ने की श्याम से
श्याम मय हो जा
सब भार अपना छोड़ दे तू उसपे
फिर देख
कैसे थामता है वो हाथ तेरा
मुक्त करता है सब बंधनों से
अंगीकार कर तुझे
भयमुक्त कर
शरण में लेता है तुझको
बस बावरे मन लगा श्री चरणों में