गीत
श्री राम मन्दिर बन गया है,
शुभ गीत मंगल बज रहे हैं।
प्राण प्रतिष्ठा का दिन सुनिश्चित,
आमंत्रण पत्र घर- घर जा रहे हैं।।
अयोध्या दिवाली सी सज रही है।
श्री राम मन्दिर जगमगा रहा है,
अब यहां खून का मंजर नही है,
शांति के नव गीत गाए जा रहे हैं ।।
श्री राम मन्दिर….
अयोध्या जी से है पत्र आया,
श्री राम भक्तों को है बुलाया।
यह विजय का शुभ पर्व है,
पूर्वजों के संकल्प पूरे हो रहे हैं।।
श्री राम मन्दिर….
शताब्दियों का जो स्वप्न था,
राम भक्तों ने जो प्रण लिया था।
भाल का कलंक सब धुल गया है,
श्री राम लला भव्य मंदिर में आ रहे हैं
श्री राम मन्दिर….
चिर प्रतीक्षित घड़ी है आज आई
कारसेवकों के बलिदान की दुहाई।
घर- घर में दीप, रंगोली सज रहे है,
आज हम फिर दिवाली मना रहे हैं।।
श्री राम मन्दिर….
— बाल भास्कर मिश्र