कविता

क्रिसमस डे

ईसा मसीह के जन्म दिवस को
क्रिसमस डे के रूप में मनाया जाता है
हर साल पच्चीस दिसंबर को
क्रिसमस डे मनाया जाता है।
यह और बात है कि बाइबिल में भी
ईसा मसीह के जन्मदिन का उल्लेख नहीं है,
फिर मान्यताओं के अनुसार
हर साल उनका जन्म दिवस
क्रिसमस डे के नाम पर मनाया जाता है
ईसाई धर्म के लोगों का यह प्रमुख त्योहार है,
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार
इसी दिन ईसामसीह जन्मे थे,
इस दिन लोग क्रिसमस ट्री सजाते हैं
एक दूजे को उपहार देते हैं।
माना जाता है कि  शुरुआती उत्सव
रोमन यूरोपियन उत्सव से आया
जो फसलों के अंत और
शीतकालीन संक्रांति को इंगित किया।
अट्ठाइस जून,अठारह सौ सत्तर को,
कांग्रेस ने कानून पासकर
संघीय कर्मचारियों के लिए
क्रिसमस दिवस, नए साल का दिन,
स्वतंत्रता दिवस और थैंक्सगिविंग दिवस को
अवकाश में बदल दिया।
क्रिसमस एक सौ साठ से ज्यादा
देशों में मनाया जाता है,
कनाडा, जापान और रूस ही नहीं
हर देश की निजी मान्यताएँ, परंपराएँ हैं
मान्यता है क्रिसमस के दिन
सैंटा क्लॉज बच्चों को
उपहार देने आता है।
मान्यता है कि सैंटा क्लॉज को
देवदूत माना जाता हैं,
बच्चे उत्साह और विश्वास से
सैंटा उपहार की उम्मीद में
उनका इंतजार करते हैं,
फिलस्तीनी के शहर बेथलहम को
ईसा मसीह का जन्म स्थान
ईसाईयों का सबसे पावन
सबसे पवित्र स्थान माना जाता है।
येरूशलम, इजरायल की राजधानी से
महज दस किमी. दूर सेंट्रल वेस्ट बैंक में है।
जहां मौजूदा चर्च ऑफ नेटिविटी को ही
ईसा मसीह का जन्म स्थान माना जाता है।

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921