कविता

जब धरती पर पेड़ बचेगा

धरती बचेगी जीवन बचेगा

जल जंगल जमीन बचेगा

आने वाली  कल बचेगा

जब धरती पर पेड़ बचेगा।

पेड़ से ही तो वर्षा होगी

बंजर भूमि उपजाऊ होगी

नदी बचेगा जल बचेगा

जब धरती पर पेड़ बचेगा।

जब खेतों में होगा अनाज

थालियां में भोजन बचेगा

जीवन बचेगा कल बचेगा 

जब धरती पर पेड़ बचेगा।

जीवन में होगी खुशहाली

चारों ओर छायेगी हरियाली

हवा में ऑक्सीजन बचेगा

जब धरती पर पेड़ बचेगा।

— श्याम सुंदर साहू

श्याम सुन्दर साहू

राजिम गरियाबंद (छ. ग.)