औलाद
देखो आया यह कैसा दौर
पिता ने मेहनत की
जीवन लगा दिया अपना
औलाद को
बनाने सवाँरने में
औलाद पढ़ लिख
भविष्य अपना बनाने को
रुक्सत हो गई विलायत
बाप यहाँ
बेटा वहा
मर गया बाप एक दिन अकेला
कांधा न मिला उसे औलाद का
अंतिम संस्कार हो गया उसका
बेटे के वीडियो कॉल से