प्यार तो होना ही था ।
बात उन दिनों की है, जब मेरे पापा ने एक ऐसे लडके से शादी सेट कर दी, जिसका रंग बहुत ही सांवला था, तथा शांत और कम बोलने वाला था। ठीक इसके विपरीत मेरा रंग बहुत ही गौरा था,और मैं काफी चुलबुली लड़की थी,और काफी बोलने वाली थी। इसलिए मुझे लड़का पसंद नही आ रहा था,बार . बार ऐसा लग रहा था, जिसे मैं अभी पसंद नहीं करती हूं ,उसे शादी के बाद भी पसंद नही करूंगी,क्योंकि लड़का का रंग रूप तथा स्वभाव कोई भी चीज मेरे से मेल नहीं खाता है, भला मैं ऐसे लड़के को शादी के बाद मैं कैसे पसंद कर सकती हूं? जो मुझे अभी से ही पसंद नही है। मैं पापा से बोली, ऐसे लड़के से मैं शादी नही कर सकती हूं, जिसका रंग रूप और स्वभाव मेरे से मेल खाता ही नहीं हो! पापा मेरी बातो को सुने और बोले एक बात पूछे बेटा तुमसे ,मेरा रंग कैसा है? मैं पिताजी की बातो को सुनकर बोली , आपका रंग सांवला है पापा ,फिर पापा बोले क्या मैं ज्यादा बोलने वाला हूं , या कम बोलने वाला हूं? मैने पापा से कहा आप कम बोलते है ,और शांत स्वभाव के है, लेकिन आपका व्यवहार बहुत अच्छा है, जो मन को मोह लेता है। तो पापा मेरी बातो को सुनकर बोले यही गुण मैने लड़का मैं देखा ,जो तुम मुझमें देख रही हो, और तुम्हारी मम्मी तथा मेरे रंग रूप स्वभाव में भी तो काफी अंतर है, वो भी तुम्हारे तरह ही एक दम गोरी तथा ज्यादा बोलने वाली है,और हमेशा हलचल करने वाली है, अब तुम पूछो मम्मी से क्या मैं उसको पसंद हूं कि नही? मां पापा की बातो को सुनकर बोलती है, आप भी ना क्या..क्या बात लेकर बैठ जाते है? भला कोई बेटी से इस तरह के सवाल करता है क्या?
मेरे पापा हंसते हुए बोले आपकी बिटिया रानी को जवाब चाहिए , क्यूंकि मैंने उसके लिए सांबले रंग का और शांत स्वभाव का लड़का पसंद किया। और वो कहती है मैं लड़का को कैसे पसंद कर सकती हूं, जो मुझे अभी ही पसंद नही है, मां पापा की बातो को सुनकर बोलती है, बेटा शादी एक ऐसा बंधन है, जहां दो अजनबियों का बसेरा होता , एक साथ रहते ..रहते कब तुम्हे प्यार हो जायेगा तुम्हे पता ही नही चलेगा? फिर तुम्हे जो खामियां नजर आती है,वही खूबियां लगने लगेगी, तुम्हे तुम्हारा पति बहुत अच्छे लगने लगेंगे , तुम सबसे ज्यादा अपने पति को पसंद करोगी , क्योंकि वो तुम्हारी नजरो के हर वक्त सामने होंगे। उसके बाद पापा बोले बेटा लड़का अच्छे पोस्ट पर ,वो इंजीनियर है, तो मैंने सोचा मेरी बेटी के लिए इससे अच्छा दामाद हो ही नही सकता है, मैं पापा मम्मी की बातो से सहमत हुई, और कुछ दिन के बाद बड़े ही धूम ..धाम से। हमारी शादी हुई। और हम ससुराल पहुंचे , वहां पर सारे रस्म …रिबाज हुए ,जिसमे हम …दोनो को एक साथ रहना पड़ता था, तथा हमारी दूरियां मिटती गई ,और नजदीकिया बढ़ती गई, और हमारी जिंदगी के सफर कटते गए ! कुछ दिनों के बाद मैं इनके साथ मायके आई। पापा हमसे बोले सब ठीक है ना बेटा , अब तो तुम्हे कोई शिकायत तो नही है, मैं चुप रही । पापा समझ गए और इन्हे घुमाने ले गए ,वहां पर पापा ने ठंड में ही कोल्ड ड्रिंक्स पिला दी , जिसकी वजह। से इन्हे बहुत खासी सर्दी होने लगी ,जब मेरे पति पापा के साथ घर आए तो बहुत तबियत खराब हो गई, मैं पापा के उपर गुस्साई ये क्या पापा आप ठंडे में कोल्ड ड्रिंक्स पिला दिए, आप ये भी नही सोचे इनकी तबियत खराब हो जायेगी , उसके बाद मैं जल्दी से इन्हे कमरे में ले गई , गरम तेल करके मालिश की ,तथा कफ सिरफ पिलाई, कुछ देर के बाद वो राहत महसूस किए ,तभी पापा मम्मी भी आ गए इनसे तबीयत के बारे मे पूछे , मेरे पति बोले मैं ठीक हूं, और बोले आपकी बेटी बहुत घबरा जाती है,जब मेरी थोड़ी सी भी तबियत खराब हो जाती है, तो मेरे पापा हंसते हुए बोले मेहमान एक। बात बोले शादी से पहले आपको पसंद नही करती थी । और शादी भी नही करना चाहती थी, तभी मेरे पति पापा की बातो को सुनकर बोले प्यार तो होना ही था। जैसे शादी के बाद हर पति पत्नी में प्यार हो जाता है,
— रीना सोनालिका