व्यवहार
अरे अखिल, जरा बाबा को खाना देकर आना।
जी, मम्मी।
ले यह थाली दे आ।
मम्मी आज आपने मटर पनीर की सब्जी बहुत बढ़िया बनाई,खाकर मजा आ गया। अरे
बाबा की थाली में तो आपने मटर पनीर की सब्जी परोसी ही नहीं ! इसमें तो घिया की
सब्जी है।
बेटा बुदापे में पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। इसीलिए पनीर की सब्जी उन्हें दी नहीं।
ओह ! मम्मा आप भी जब बूढी होगी, तो आपकी भी पाचन शक्ति कमजोर हो जायेगी !
क्या मतलब?
मतलब यह मम्मा, कि तब मुझे भी आपको मटर पनीर की जगह घिया की सब्जी देने की
जरूरत पड़ेगी क्या। ताकि आपका हाजमा भी सही बना रहे !
( चौंक कर व संभल कर ) लगता है तू बहुत बड़ा हो गया है ! अच्छा बाबा के लिए पनीर
की सब्जी भी ले जा। अब तो खुश है ना !
जी, मम्मी, अब आपको भी… !
— विष्णु सक्सेना