तस्दीक
वो मुझसे इसलिए ख़फ़ा है
उसकी हाँ में हाँ न मिला सका
उनको यह उम्मीद थी
हर बात उनकी तस्दीक करूँगा
मेरे जमीर को कबूल न था
सच को सच
झूठ को झूठ न कहा जाये
इसलिए दोनों ने अपने रास्ते बदल लिए
एक दूसरे से मुँह मोड़
जुदा हो लिए
वो मुझसे इसलिए ख़फ़ा है
उसकी हाँ में हाँ न मिला सका
उनको यह उम्मीद थी
हर बात उनकी तस्दीक करूँगा
मेरे जमीर को कबूल न था
सच को सच
झूठ को झूठ न कहा जाये
इसलिए दोनों ने अपने रास्ते बदल लिए
एक दूसरे से मुँह मोड़
जुदा हो लिए