धनिया हरी टमाटर लाल
धनिया हरी टमाटर लाल
सिल पर पिस कर करे कमाल
संग प्याज के गरम पकोड़े
मिर्च कर रही खूब धमाल
मौसम की मस्ती भी देखो
गर्मी में बारिश है काल
आंधी और तूफान बुन रहे
सबके लिए नया एक जाल
प्रकृति दिखाती खेल निराला
नियति बजाती अपने गाल
जिस डाली पर बना घोसला
ध्वस्त हो गई वो ही डाल
बड़े सूरमा बनते थे वह
सब की गई उतारी खाल
जिस में प्रभु को किया समर्पण
वही हो गया मालामाल
— डॉक्टर इंजीनियर मनोज श्रीवास्तव