मान जाया कीजिए
हमारी कमज़ोरी का फ़ायदा उठा,
रोज गुस्सा मत दिखाया कीजिए ।
मुस्कुराहट आपकी खूबसूरत बड़ी,
जब मनाएं मान जाया कीजिए ।
दाल गलती नहीं बिना आपके,
नाराज़ हो न तड़पाया कीजिए ।
प्रेम “आनंद” जीवन आपकी हंसी,
ख़फ़ा हो दिल ना दुखाया कीजिए ।
माना गुस्ताख़ दिल भूल कर बैठता,
माफ़ कर गले से लगाया कीजिए ।
जिंदगी की रौनक आप से ही है,
मीठे नगमें ज़रा सुनाया कीजिए ।
प्यारा परिवार यूं ही खिलता रहे,
चाहतों का दामन खटखटाया कीजिए ।
— मोनिका डागा “आनंद”