चेन्नई की बारिश 2024
बारिश ! बारिश ! कितनी बारिश,
क्या बादलों ने की हैं सिफारिश,
उमड़ घुमड़ कर चेन्नई में डोलते,
सारी भड़ास रह रह कर खोलते ।
मौसम का बदला बदला मिजाज,
अफरातफरी मची है आस-पास,
आए दिन रेंड अलर्ट जारी हो जाता,
गृहणियों पर दबाव भारी हो जाता ।
चारों ओर बिखरा है केवल पानी,
हाथ जोड़ें थम जाओ बरखा रानी,
याद आ रही है हमें अब तो नानी,
बच्चे भी कर रहे हैं घर में शैतानी ।
न बज रहा “आनंद” सुर, न ताल है,
हाल चेन्नई वासियों का बेहाल है,
हवा की भी टेढ़ी-मेढ़ी सी चाल है,
नई बीमारियों का बिछा जाल है ।
कपड़े सुखाने का झंझट बहुत भारी,
आफिस की ड्यूटी, महंगी हुई सवारी,
बाईं भी न आ पाएं, हैं उसकी लाचारी,
रक्षा करो नाथ प्रार्थना कर रहे नर नारी ।
साइक्लोन की खबर तो नींद सबकी उड़ाएं,
हे देवा ! कहीं समंदर उठ कर न आ जाएं,
चिंता रात दिन अब तो बस यही सताएं,
कैसे बीतेगा ये दिसंबर दिल बैठा जाएं ।
— मोनिका डागा “आनंद”