कुण्डली/छंद

शिव शंकर

शिव शंकर प्रभु भोले बाबा,

शशि शोभे शिव भाल।

महादेव गौरापति शंकर,

डमरू की है ताल।।

नीलकंठ के भक्ति रंग में,

डूबा सब संसार।

मात पार्वती वल्लभ देवा,

तारो पालनहार।।

*चंचल जैन

मुलुंड,मुंबई ४०००७८

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