गीत/नवगीत

।।श्री राम जय राम, जै जै राम।।

है अति मंगलकारी प्रभु का नाम
जय श्री राम,बोलो जय श्री राम
चाहे सुबह हो, या हो शाम
श्री राम जय राम, जै जै राम।।

सबका शुभ-शुभ करने वाले
सब कष्टों को हरने वाले
जपो निरन्तर, उस प्रभु का नाम
श्री राम जय राम, जै जै राम ।।

पानी में जो, पत्थर तैराते

सबकी नैया वही पार लगाते
शत्रु को भी पहुंचाते, निज धाम
श्री राम जय राम, जै जै राम।।

सकल अमंगल, क्षण में हरते
मन में दया के, भाव वह भरते
है अति पावन, जिनका नाम
श्री राम जय राम,जै जै राम।।

जन-जन के मन में, बसने वाले
दुःख दारिद्रय सब, हरने वाले
मेरे दिल को बनाओ, अपना धाम
श्री राम जय राम, जै जै राम।।

राम तो भारत की आत्मा हैं
आत्मा क्या, साक्षात परमात्मा हैं
आठों प्रहर जपो,श्री राम का नाम
श्री राम जय राम, जै जै राम।।

अद्भुत है श्री राम नाम की महिमा
हम सब करते हैं, उनकी उपासना
कट जाते हैं, भव बंधन तमाम
श्री राम जय राम, जै जै राम।।

हर कोई श्रीराम सा बनना चाहे
लेकिन उनके गुण न अपनाए
सिर्फ बातों से, कैसे चलेगा काम
श्री राम जय राम, जै जै राम।।

श्री राम नवमी का शुभ पल आया
मन में उमंग और आनंद समाया
सबको ह्रदय से, मेरी राम -राम
श्री राम जय राम, जै जै राम।।

है अति मंगलकारी प्रभु का नाम
जय श्री राम, बोलो जय श्री राम
चाहे सुबह हो, या हो शाम
श्री राम जय राम, जै जै राम।।

‌आप सभी को श्री राम नवमी पर्व की अनंत शुभकामनाएं।

— नवल अग्रवाल

नवल किशोर अग्रवाल

इलाहाबाद बैंक से अवकाश प्राप्त पलावा, मुम्बई

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