आकाशीय बिजली गिरने की आपदा
जलवायु परिवर्तन से जनजीवन प्रभावित हुआ,
यूँ कुदरती आपदाएं बढीं जीवन विखंडित हुआ।
आकाशीय बिजली गिरने से हो रहीं खूब मौतें,
खुले में सोने वाला इंसान जा रहा हैं सोते-सोते।
सबसे ज्यादा नुकसान तो किसानों को होता है,
फसलें हो रहीं हैं चौपट बेचारा किसान रोता है।
जलवायु परिवर्तन से जनजीवन प्रभावित हुआ,
यूँ कुदरती आपदाएं बढीं जीवन विखंडित हुआ।
अनेक राज्य इस मौसम में बदलाव के हैं शिकार,
आंधी, तूफान, बारिश, आकाशीय बिजली से ज़ार।
कई प्रदेशों में सौ से अधिक लोगों की हो गईं मौतें,
पशुओं के मरने, पेड़ों के गिरने से आपदा को ढ़ोते।
जलवायु परिवर्तन से जनजीवन प्रभावित हुआ,
यूँ कुदरती आपदाएं बढीं जीवन विखंडित हुआ।
आकाशीय बिजली भारत में चिंता का विषय है,
जिससे प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में हो रहा क्षय हैं।
ये बिजली गिरते ही एक शक्तिशाली करंट तय है,
खुद को बचाने का क्षण भर समय न मिलें भय है।
— संजय एम तराणेकर