मेरे वीर जवानों के प्रभु, जीवन रक्षक बन जाना
मेरे वीर जवानों के प्रभु, जीवन रक्षक बन जाना,
और धधकते शोलों को तुम, हिमकण जैसा बरसाना।
मातृभूमि के दीवाने ये, अपने घर से दूर हैं
बूढ़ी आँखों की ज्योति, कुछ माँगों का सिंदूर हैं,
नन्हीं-नन्हीं बाँहों को ना, आजीवन तुम तड़पाना,
मेरे वीर जवानों के प्रभु, जीवन रक्षक बन जाना।1।
बहनों की तैयार है राखी, कि अब सावन दूर नहीं
सरहद पर तैनात हैं साजन, पर मैं तो मजबूर नहीं
पलक बिछाकर बाट जोहती, उर्मिल को न तरसाना
मेरे वीर जवानों के प्रभु, जीवन रक्षक बन जाना।2।
तिलक भाल करने को आतुर, मैया को न चैन है
जश्न जीत का साथ मनाने, हर साथी बेचैन है
दुख का आँसू एक न आए, सुख के मोती टपकाना
मेरे वीर जवानों के प्रभु, जीवन रक्षक बन जाना।3।
लाल-जवाहर-हीरा-पन्ना, ये भारत की शान हैं
कैद एक चिड़िया में इनकी, रहती हरदम जान है
जैसे ये दर से निकले थे, वैसे उनको घर लाना
मेरे वीर जवानों के प्रभु, जीवन रक्षक बन जाना।4।
— शरद सुनेरी