जुग जुग जीना सैनिक तुम..
जुग जुग जीना सैनिक तुम, भारत माता के प्रियतम।
धीरज देता सदा सुफल, साहस का तुम हो उद्गम।
समझे कडवे पाक वचन, दुर्मति से पथ भ्रष्ट भ्रमित-
सीख पडोसी अनुशासन, जीवन कैसे जीते हम।।
खाली जेबें नहीं शरम, जीव दया भूला मानव।
तडप रहा हैं पानी बिन, धर्म नाम बनता दानव।
आतंकी पर खूब बरस, धाम मिटाने तुम्हें सहज–
जयकारा हो सकल जगत, भारत माता का गौरव।।