पूर्व डीजीपी बृजलाल भाजपा में शामिल, ओम माथुर ने दिलायी सदस्यता
लखनऊ,21 जनवरी । बसपा सुप्रीमो मायावती के बेहद भरोसेमंद अफसरों में शुमार रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक बृजलाल को बुधवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गयी। भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकान्त बाजपेई ने बृजलाल को पार्टी की सदस्यता दिलायी। इसके साथ ही पूर्व डीआई ज्ञान सिंह और पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह को भी पार्टी की सदस्यता दिलायी गयी।
ओम माथुर ने पूर्व डीजीपी बृजलाल का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में परिवर्तन की श्रृखला आज से शुरू हो रही है। यह तीनों सख्शियत ऐसी हैं जिनसे भाजपा को बड़ा लाभ मिलने वाला है।
बृजलाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदर्शों और नीतियों से प्रभावित होकर वह भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। अब तक मैं पुलिस का सिपाही था लेकिन आज से मैं भाजपा का सिपाही हूँ।
उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आज सरकार और पुलिस प्रशासन का इकबाल घटा है। जब तक अपराधियों के दिलों में दहशत नहीं होगी तब तक कानून व्यवस्था ठीक नहीं हो सकती।
पूर्व डीआईजी ज्ञान सिंह ने कहा कि सरकारी सेवा में जिस दिन चयन हुआ उस दिन और आज के दिन एक जैसी खुशी है। भाजपा द्वारा जो भी दायित्व मुझे दिया जायेगा उसको हम बखूभी निभायेंगे।
बसपा से आये पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह ने कहा कि वह बसपा में घुटन महसूस कर रहे थे। आजादी के बाद नरेन्द्र मोदी पहले ऐसे व्यक्ति हैं जो सवा सौ करोड़ भारतीयों को साथ लेकर चलने की बात करते हैं। यही कारण है कि आज पूरा देश मोदी का मुरीद हो चुका है।
दलित अफसरों में भी बृजलाल की अच्छी पैठ है। लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा को यूपी में दलित वोट बटोरने में मिली सफलता ने पार्टी के जीत के ग्राफ को काफी ऊंचा उठा दिया था। मिशन 2017 में भी पार्टी की जीत में दलित वोटों की भूमिका अहम होगी। इसलिए भाजपा योजनाओं से लेकर प्रचार, संगठन और चेहरा हर स्तर से दलितों को रिझाने में लगी है। बृजलाल भाजपा की इस कवायद में भी अहम कड़ी साबित हो सकते हैं।
सूत्रों की मानें तो यूपी के कुछ और पूर्व आईएएस अफसर भी जल्दी भाजपा का दामन थामेंगे। दरअसल पूर्व डीजीपी बृजलाल सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र के निवासी हैं। उनके बगल की सदर विधानसभा सीट आरक्षित है। इसलिए कयास लगाये जा रहे हैं कि वह सदर विधानसभा सीट से 2017 का चुनाव लड़ेंगे।
अच्छा समाचार। अब मायावती के वोट और भी कम हो जायेंगे।