व्यंग्य- सोशल मीडिया पर समाज सेवा
वो एक समाजसेवी थे, समाजसेवी के साथ पशु प्रेमी भी जुड़ा है, उनका समाजसेवा बड़े-बड़े बैनर पोस्टर और समाचार के हेडलाइंस पर
Read Moreवो एक समाजसेवी थे, समाजसेवी के साथ पशु प्रेमी भी जुड़ा है, उनका समाजसेवा बड़े-बड़े बैनर पोस्टर और समाचार के हेडलाइंस पर
Read Moreनेताजी का चुनाव चल रहा था भाषणबाजी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा था, नेताजी अपने निर्वाचन क्षेत्र में जगह-जगह
Read Moreखेत पर सरसों के फूल खिले फूल खिले फूल खिले बागों में बसंत की आहट आने लगे, हवा के झोंको
Read Moreडेरा तो शहर है गांव ही घर है सच को सच की तरह लिखा, शहर को शहर की तरह लिखा
Read Moreन्यूज चैनल पर प्याज बिक रहा है, टीवी एंकर कामेडी शो माफ करिये, प्याज की मार पर डिबेट चल रहा था।
Read Moreकाशी बोले वाराणसी कौन नही जानता है, पडो़सी जिला से लगा हूं। आना-जाना हमेशा लगा रहता है, कभी साहित्य के कार्य से कभी
Read Moreसभी को ईमानदारी शब्द सुनकर मन को शांति मिल जाता है, मैं लोकल अखबार में ज्वाइन कर लिया, सोचा पढ़ाई
Read Moreपहले नजर में उन्हे देखा शायर बन गया जी, आग लग मन मेरे हलचल मच गया जी, उनकी नजर में
Read Moreजूते ले लो जोर से चिल्लाता बाजार में जा रहा था, अरे कोई भी ब्रांड चाहियें मुझे बताओ नेताओ, कवियों
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