यह जीवन कितना देता है
यह जीवन कितना देता है यदि धैर्य रखे तू जीवन में। अमृत भी अनायास देता मदिरा के खाली बर्तन में।।
Read Moreयह जीवन कितना देता है यदि धैर्य रखे तू जीवन में। अमृत भी अनायास देता मदिरा के खाली बर्तन में।।
Read Moreउठ जा बेटा! भोर हो गयी। सुन! मुर्गा बाँग दे रहा-कुकड़ू कूँ, कुकड़ू कूँ। सुन तो!अज़ान भी सुनाई दे रही।
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