गीत/नवगीत अमिता शुक्ला 08/01/201908/03/2019 गीत तेरी प्रीत से मेरी दुनिया सजेगी।साथ तेरे कुटी भी महल सी लगेगी। दुनिया मैं जीतू जो हाथ में हाथ तेराकरूं Read More
कविता अमिता शुक्ला 07/09/2018 खामोश निगाहें तेरी ये खामोश निगाहें, जाने क्या-क्या कहती हैं। इन आंखों की खामोशी में, कितनी नदियां बहती हैं। इन पलों की Read More
कविता अमिता शुक्ला 07/09/2018 वो लम्हा वो लम्हा जो चांद से चुराकर तुमने मेरी हथेली में चुपके से रख दिया था। वो एक लम्हा जब तुमने Read More