चाहत
चाहत है शिखर पर बैठकर आसमां छू लूँ। मैं बादलों को हाथों मे लेकर,जी भर खेलूं। मैं किरणों की कूची
Read Moreनमन करते हम हे शारदे माँ। भक्ति हमारी स्वीकार ले माँ। हम अबोध संतान तुम्हारी, ज्ञान हमे देकर उपहार दे
Read Moreडाल डाल पर टेसू फूले, चलने लगी शीतल बयार। दिन थोड़े गर्मीले हो आए, सुनहरी शाम रही पुकार। कानन ,बगिया
Read Moreदिन – रात का चक्र निरंतर चलता। मौसम किस तरह से रंग बदलता। समेटे प्रकृति एक तिलिस्म अपने में ,
Read Moreदरवाज़े पर दस्तक हुई। कौन है? पूछने पर जवाब आया , मैं धूप का टुकड़ा हूँ, कुछ देर ही ठहरा
Read Moreहे गजवदन गणेश विनायक,भक्ति मेरी स्वीकारें मेरा कोई नहीं है अपना,जग में सिवा तुम्हारे। तुम बुद्धिदाता कहलाते कष्ट हरण कर
Read Moreराजू,अपना रिजल्ट तो दिखाओ,_जैसे ही राजू ने घर में कदम रखा उसकी बडी बहन मीरा ने कहा । राजू पढने
Read More“मम्मी बडी़ जोर से भूख लगी है, जल्दी से खाने को दो न।” रसोई में काम कर रही माँ से
Read Moreछायादार और बड़ा है जामुन का ये पेड़ खड़ा है। पंछी इस पर कलरव करते डाल डाल पर उड़ते फिरते।
Read Moreपिताजी की मृत्यु के पश्चात इकलौते बेटे_बहू बिलकुल शोकाकुल नहीं थे बल्कि वे तो परचितों ,रिश्तेदारों से प्रसन्नतापूर्वक मिल रहे
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