सुनो पुरुष..
सुनो पुरुष…. मैं नहीं चाहती.. तुम बचाओ मुझे.. बस लोलुप ना बनो! रक्षा करो मेरी.. बस भक्षक ना बनो! कांटे
Read Moreसुनो पुरुष…. मैं नहीं चाहती.. तुम बचाओ मुझे.. बस लोलुप ना बनो! रक्षा करो मेरी.. बस भक्षक ना बनो! कांटे
Read Moreयह उनकी पहली मुलाकात थी! घर पर मिलने मिलाने के झंझट से बचने के लिए दोनों परिवारों ने तय किया
Read Moreप्रिय बापू आप अमर थे! अमर हैं!और अमर रहेंगे! क्योंकि जो आपने कहा, जिया और गढ़ा, ‘सत्य ही ईश्वर है’
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