गीतिका/ग़ज़ल अर्चना शर्मा 'आतिश' 02/07/2018 ग़ज़ल सुर्ख रंगों में लिपटी हुई मैं यहाँ लाख काँटों में उलझी उई मैं यहाँ सांसें भी तेरी चौखट पे अब Read More