तुम बिन डसता दिन
तुझ बिन मेरा पहला-दिन, बेहद सूना-सूना निकला दिन। था सब कुछ पहले जैसा पर, मुझे लगा बदला-बदला दिन। हर पल
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Read Moreसन् 1978 में फिल्म आई थी ‘त्रिशूल’ जिस पर साहिर लुधियानवी साब द्वारा लिखा हुआ एवं लता जी किशोर कुमार
Read Moreखिलता गुलाब थी, तू खिलता गुलाब है सूरत तेरी लाजवाब थी, लाजवाब है। तुझे देख के अक्सर बहक जाता था
Read Moreझूठे स्वर के धनी, अपने झूठे नामों और कारनामों को लेकर आये दिन विश्व स्तर पर अपनी किरकिरी कराने मे
Read Moreपुस्तक का नाम- इन दिनों रचनाकार-श्री कृष्ण गोपाल ‘राही’ संस्करण-प्रथम प्रकाशक-मीरा पब्लिकेशन प्रयागराज कीमत-250 देश के वरेण्य रचनाकार श्री कृष्ण
Read Moreआजकल अखबार पढ़ते हुए हर शख्स केवल मानसून के आने की और झमाझम बारिश की खबर पढ़ने के लिए उत्सुक
Read Moreगत दिवस मेरा मोबाइल अचानक से बंद हो गया मैं सर्विस सेंटर लेकर गया, सर्विस सेंटर से पता चला कि
Read Moreकाव्य संग्रह का नाम-‘ठाकुर का ठहाका’ विधा-हास्य और व्यंग्य संस्करण -द्वितीय प्रकाशक-श्री दुर्गा पुस्तक भंडार इलाहाबाद रचनाकार-ठाकुर इलाहाबादी पुस्तक समीक्षक-
Read Moreनज़र से नज़र न मिलाओ प्रिये यूँ धड़कने मेरी न बढ़ाओ प्रिये। बढ़ने लगें दिलों की बेचैनियाँ हाले दिल भी
Read Moreयह कहावत तो आपने सुनी ही होगी लेकिन हकीकत यह है कि यह कहावत पाकिस्तान जैसे दो कौड़ी के देशों
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