ग़ज़ल – वो बाहर हैं तो हैं
मुझे तुमसे प्यार हैं तो हैं,साथ का इक़रार हैं तो हैं। न कोई वजह, न कोई सवाल,दिल बेक़रार हैं तो
Read Moreमुझे तुमसे प्यार हैं तो हैं,साथ का इक़रार हैं तो हैं। न कोई वजह, न कोई सवाल,दिल बेक़रार हैं तो
Read Moreअकेले हम बूंद हैं,मिल जाएं तो सागर। अकेले हम धागा हैं,मिल जाएं तो चादर। अकेले हम अल्फ़ाज़ हैं,मिल जाय तो
Read Moreकुछ चीजें ऐसी होती हैं, जिनसे हमें एक अलग तरह का लगाव ,प्यार या यूं कहें इसके करीब होने से
Read Moreकुछ चीजें ऐसी होती हैं, जिनसे हमें एक अलग तरह का लगाव ,प्यार या यूं कहें इसके करीब होने से
Read Moreप्रकृति और मानव एक दूसरे के पूरक हैं। हमने प्रकृति को नहीं प्रकृति ने हमें बनाया है। क्या आप जानते
Read Moreहंसता चेहरा सबको भाए,रोनी सूरत रास न आए ,हंसने वाला मौज मनाएं ,खुशियां बांटे हाथ मिलाएं,हंसने से न हो बीमार
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