गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 20/08/2022 ग़ज़ल किसी से सारी उम्र का इकरार न माँगो कुछ भी माँग लो यहाँ बस प्यार न माँगो ======================== छूट जाएँ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 18/08/2022 ग़ज़ल कातिल चारागर लगता है, हवा में घुला ज़हर लगता है, ================== किसको दें आवाज़ यहां अब, दुश्मन सारा शहर लगता Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 16/08/2022 ग़ज़ल करम करे न करे हमपे ये है काम उसका दिल पुकारता है हर घड़ी बस नाम उसका ========================== दस्तक जब Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 13/08/202217/08/2022 गज़ल ज्यादा ना शरमाया कर, भर के पेट कमाया कर, =================== शौक अगर करने हैं पूरे, थोड़ी रिश्वत खाया कर, =================== Read More
कविता *भरत मल्होत्रा 12/08/202217/08/2022 कविता काश…………. काश मैं गीत होता कभी किसी सुनहरी शाम को तुम छत पे खड़ी होतीं, तनहा मैं चला आता, बेसाख्ता Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 09/08/202209/08/2022 गज़ल कब दीवारों से झाँकता है कोई, मुझको शायद मुगालता है कोई मुड़ के देखा हवा का झोंका था, लगा ऐसे Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 08/08/2022 ग़ज़ल दो दिन सुकून से जीना मुहाल करते हैं ये दुनिया वाले भी कितने सवाल करते हैं ========================== न रह सकेंगे Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 07/08/2022 गज़ल ज़ुबां पे कैसे आता मेरे इश्क का फसाना उसे वक्त ही नहीं था जिसे चाहा था सुनाना ============================ मेरे साथ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 06/08/2022 गज़ल अपने कौन, बेगाने कौन, किस्से छेड़े पुराने कौन, ================= सबको चाहत खुशियों की, गम से करे याराने कौन, ================= खुद Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 28/07/2022 गज़ल हाल-ए-दिल तुमसे छुपाना था छुपाया ना गया बहुत कुछ तुमको बताना था बताया ना गया ============================ गुफ्तगू होती रही यूं Read More